Kesari Veer Movie Review

Kesari Veer Movie Review in Hindi – इतिहास की गाथा जो भव्य है, लेकिन भटकी हुई

Kesari Veer कहानी: जब एक योद्धा बना सोमनाथ मंदिर का रक्षक

Kesari Veer एक ऐतिहासिक युद्धगाथा है जो अर्थिला के राजकुमार हमीरजी गोहिल (सूरज पंचोली) की कहानी पर आधारित है। यह वही योद्धा है जिसने तुग़लक साम्राज्य की विशाल सेना के खिलाफ खड़े होकर सोमनाथ मंदिर की रक्षा करने का प्रण लिया।

फिल्म की पृष्ठभूमि में दिखाया गया है कि कैसे तुग़लक सेना का सेनापति जफ़र खान (विवेक ओबेरॉय) मंदिर को लूटने आता है, और हमीरजी अपने छोटे से दल और भील समुदाय की मदद से एक असंभव लगने वाली लड़ाई लड़ते हैं।


Kesari Veer एक साथ कई कहानियाँ और धीमी गति

फिल्म की पटकथा कई मोर्चों पर बिखरी हुई लगती है। एक ओर हमीर और भीलों का युद्ध की तैयारी का दृश्य है, वहीं दूसरी ओर हमीर और रजल (अकांक्षा शर्मा) की प्रेम कहानी बीच-बीच में बिना संदर्भ के आ जाती है, जो कहानी की गहराई को नुकसान पहुंचाती है।

गानों और नाच के सीक्वेंस कई बार फिल्म की रफ्तार को पूरी तरह थाम देते हैं। युद्ध की तैयारी के ठीक पहले शादी का ट्रैक और ज़फर की असंभव संख्या वाली सेना जैसे दृश्य फिल्म की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं।


Kesari Veer अभिनय और प्रस्तुतिकरण

सूरज पंचोली एक्शन दृश्यों में प्रभावशाली लगते हैं, लेकिन भावनात्मक दृश्यों में वह कुछ खास नहीं कर पाते।
सुनील शेट्टी, भील राजा वेगड़ा के किरदार में गंभीर और संजीदा लगते हैं, लेकिन उनका लुक थोड़ा अस्वाभाविक महसूस होता है।
अकांक्षा शर्मा कैमरे पर सुंदर ज़रूर दिखती हैं, लेकिन अभिनय में अनुभव की कमी साफ झलकती है।
विवेक ओबेरॉय का ज़फर खान ओवरएक्टिंग की सीमा पर पहुँच जाता है।


Kesari Veer तकनीकी पक्ष: दृश्य अद्भुत, पर विश्वसनीयता की कमी

विकास जोशी की सिनेमैटोग्राफी और एक्शन कोरियोग्राफी बड़े स्केल पर बनी है, लेकिन इसमें हाइपर-रियलिज्म और ओवरड्रामैटिक VFX का उपयोग ज़्यादा हो गया है।

  • जैसे एक दृश्य में हमीरजी का कटे सिर के बाद भी युद्ध करना या
  • सुनील शेट्टी का शिवलिंग को दो भालों से गिरने से रोकना,
    ये दृश्य मनोरंजन की सीमा से बाहर चले जाते हैं।

📌 निष्कर्ष: एक अनसुनी वीर गाथा जो निर्देशन में चूक गई

Kesari Veer में इतिहास, वीरता और आस्था जैसे महत्वपूर्ण तत्व हैं। लेकिन बिखरी हुई कहानी, लंबाई और ज़रूरत से ज्यादा नाटकीयता इसकी ताकत को कमज़ोर बना देती है।

यह फिल्म उन दर्शकों के लिए है जो भव्य दृश्यों और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में रुचि रखते हैं, लेकिन गंभीर कहानी की अपेक्षा करने वालों को यह निराश कर सकती है।


अंतिम पंक्ति (अपना स्टाइल):

यह VR Panghal का निजी रिव्यू है। हर व्यक्ति का अपना एक नजरिया होता है। कृपया इसकी वजह से हमें हेट न दें। धन्यवाद। इस फिल्म का ट्रेलर Panorama Studios पर उपलब्ध है |

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